जर्मनी के शोधकर्ताओं ने भारत में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या को लेकर बड़ा खुलासा किया है उनके अनुसार भारत में 06अप्रैल 2020तक वास्तविक संक्रमित एक लाख छत्तीस हजार होना चाहिए इसका मतलब यह है कि हमारे देश में जांच प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है जो जांच में संक्रमित होते हैं उन्हें ही आंकड़ों में शामिल किया जाता है अगर जांच प्रक्रिया में तेजी लाई गई तो यह आंकड़ा लाखों में जाएगा । इन खबरों के बीच एक बड़ी और अच्छी खबर है कि कोरोनावायरस ने संसद भवन और राष्ट्रपति भवन की ओर जाने का मन बना लिया है ये मैं नहीं कहता जनता की आवाज है क्योंकि नेताओं की करतूतों हरकतों से ये हालात पैदा हुए। अब साहब "ये पब्लिक है सब जानती है"मीडिया को पैसा देकर अपने मनपसंद खबरें चला सकते हैं परन्तु हम भूल जाते हैं कि सर्व शक्तिमान प्रकृति नियंता अदृश्य और "अलख"रूप में हमें देख रहा है। मैं आपको बता दूं कि कोरोनावायरस अब भारत को जल्दी नहीं छोड़ेगा क्योंकि वायरस कभी मरता नहीं है प्रतिकूल परिस्थितियों में अजीवित पदार्थ जैसा व्यवहार करता है तथा अनुकूल वातावरण मिलते ही सक्रिय हो जाता है । चीन ने इसे छेड़ दिया है अब ये दुनिया को नहीं छोड़ेगा कोरोनावायरस एक विशेष किस्म के चमगादड़ों के ऊपर चीन के दुर्गम पहाड़ों की घाटियों में आराम कर रहा था। जब भारत ने पड़ोसी चीन को दरकिनार करते हुए महाशक्ति अमेरिका से दोस्ती की उसी समय से सीधे लड़ाई न करके चीन ने ये वायरस दुर्गम पहाड़ों से घाटियों से संग्रहित कर अपनी वायरोलॉजी प्रयोगशाला में संवर्द्धित किया फिर लोगों पर प्रयोग कर इसकी मारक क्षमता देखी और बड़ी ही सावधानी से हमारे मित्र देशों में फैला दिया खुद इसका टीका(वैक्सीन) तैयार कर ली चीन में इस वायरस से तबाही नहीं हुई है रूस और उत्तर कोरिया सहित उसके मित्र देशों में नहीं फैला है कुछ भी हो अमेरिका, इटली ,फ्रांस, जर्मनी,ईरान आदि भारत के मित्र देशों की कमर तोड़ दी है। चीन का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता अगर किसी में दम है तो दो दो हाथ करके देख लो।
"पत्थर फ़र्रूख़ाबादी"