खुली चुनौती देता हूं, कोई भी विद्वान सतर्क ज़बाब दे कुतर्क न हो वैज्ञानिक और सर्व मान्य होना चाहिए 1.क्या अंग्रेजी नववर्ष 16जनवरी से प्रारंभ होता है नहीं, 2.क्या इस्लाम में नववर्ष पहली तारीख से शुरू न होकर बीच में से शुरू होता है नहीं, 3.क्या कोई नववर्ष एक तिथि के बाद आधा महीना बीत जाने पर शुरू होता है नहीं, तो फिर हमारा नववर्ष आधे चैत्र बीत जाने के बाद क्यों शुरू होता है ?क्या हमारे एकवर्षीय पंचांग में फाल्गुन मास 45दिन का है और चैत्र मास पन्द्रह दिन का है? मित्रवर यह प्रश्न हमने अपनी समाचार पत्रिका "सुरसरिता" के अंक बारह में उठाया था जिस पर मंथन हुआ सम्पूर्ण भारत के प्रकांड ज्योतिष विद पंचांग शोधकर्ताओं जिसमें ग्वालियर राजघराने के राज ज्योतिषी सहित मुंबई ,नागपुर , मथुरा ,काशी, ऋषिकेश, हरिद्वार से परम विद्वान ज्योतिषी जो पंचांग बनाते हैं ग्वालियर के थे । परन्तु वे सभी सुधीजन सटीक विवेचना नहीं कर सके, उनका केवल एक ही उत्तर था कि हम लोग नया साल शुक्ल पक्ष को शुभ मान कर गणना करते हैं कृष्ण पक्ष को शुभ नहीं मानते, क्या फर्क पड़ता है ये काल चक्र है इसे कैसे भी कहीं से शुरू करें ,क्या फर्क पड़ता है अगर चैत्र पन्द्रह दिन का है इधर फाल्गुन तो डेढ़ महीने का हो गया मतलब महीने तो पूरे बारह ही हैं मैंने कहा नहीं आप फाल्गुन को डेढ़ महीने का पंचांग में नहीं मानते हो होली अर्थात पड़वा एकम तिथि से चैत्र कृष्ण पक्ष मानते हो लेकिन नववर्ष इस तिथि से शुरू नहीं करते हो कुछ तो लोचा है,झोल दाल है इस पर सभी निरुत्तर हो गए आप सभी सुधीजन से निवेदन है कि सटीक वैज्ञानिक तर्क देकर अपना विचार व्यक्त करें-------------------"पत्थर फ़र्रूख़ाबादी"
"जब सारे धर्म ,सम्प्रदायों का नव वर्ष पहली या एक तारीख से शुरू होता है तो हिन्दू नववर्ष नवसंवत्सर बीच चैत्र मास से क्यूं"